एम.आई.टी. संस्थान में एन.एस.एस. स्वयंसेवियों के लिये एक दिवसीय आपदा प्रबंधन कार्यशाला आयोजित
1 min read●एमआइटी संस्थान में बच्चों को आपदा से बचाव को किया जागरूक
●स्टूडेंट को बताए आपदा में बचाव के तरीके
●एसडीआरएफ ने एमआइटी संस्थान में लगाया जागरूकता प्रशिक्षण शिविर
●SDRF की टीम ने स्कूली बच्चों को सिखाये आपदा में तैयार रहने के गुर
ढालवाला।एसडीआरएफ टीम के इन्चार्ज इंसपेक्टर कवीन्द्र सजवाण के नेतृत्व में एमआइटी संस्थान में एन एस एस स्वयंसेवियों के लिये एक दिवसीय आपदा प्रबंधन कार्यशाला आयोजित कर जन जागरूकता कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को जानकारी देते हुए कहा कि आपदा के समय कैसे स्वयं और दूसरों को बचाया जा सकता है।
एमआइटी संस्थान में आपदा बचाव दल द्वारा आपदाओं से पूर्व, आपदाओं के दौरान और आपदाओं के पश्चात जागरूकता एवं सुरक्षा के सम्बन्ध में प्रशिक्षित कर विद्यार्थियों को जागरूक किया। ताकि आपदाओं के समय विद्यार्थी मानव जीवन की रक्षा कर सकें और जन धन की हानि कम से कम हो सके।
एमआइटी संस्थान निदेशक रवि जुयाल ने विद्यार्थियों के प्रशिक्षण पर खुशी जताते हुए कहा कि विद्यार्थी आपदा से संबंधित जागरूक होकर तथा विभिन्न उपायो से परिचित होने पर आपदाओं के समय लोगों की जीवन रक्षा कर सकेंगे। ऐसे कार्यक्रम समाज के लिए अत्यंत उपयोगी होते हैं।
एसडीआरएफ टीम इंचार्ज कवीन्द्र सजवाण ने बच्चों को संबोधित करते हुए आपदा से बचाव और राहत के बारे में पीपीटी के माध्यम से अपने विचार साझा किए।उन्होंने बच्चों को कहा कि हमें जीवन में हमेशा मानव सेवा को प्राथमिक मानना चाहिए। न जाति, न धर्म, न क्षेत्र, देश सर्वोपरि की भावना जीवन में सदैव आत्मसात करनी चाहिए।
आयोजित एसडीआरएफ टीम में एसआई सचिन रावत,हेड कांस्टेबल ललित जोशी, कॉन्स्टेबल मातवर, कांस्टेबल संदीप गोस्वामी, कांस्टेबल अजय बोरा कांस्टेबल कृष्णा रावत और फार्मासिस्ट अमित रहे।
मौके पर एमआईटी संस्थान की फैकल्टी में अजय तोमर,राजेश चौधरी, डॉ एलएम जोशी, डॉ रितेश जोशी,रवि कुमार,दर्शन लाल के अलावा संस्थान के सभी शिक्षकों व बच्चों की उपस्थिति रही।