एम्स ऋषिकेश ट्रॉमा टीम एवं नर्सिंग विभाग द्वारा उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड व राजाजी टाइगर रिजर्व में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
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ऋषिकेश, 15 अक्टूबर 2025।“विश्व आघात सप्ताह 2025” के अंतर्गत अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश के ट्रॉमा सर्जरी एवं क्रिटिकल केयर विभाग तथा नर्सिंग विभाग द्वारा जनजागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों की श्रृंखला निरंतर जारी है।
UJVNL, ऋषिकेश में ट्रॉमा एवं प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण
आज प्रातः 11:00 बजे एम्स ऋषिकेश की ट्रॉमा टीम एवं नर्सिंग विभाग ने उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड (UJVNL), ऋषिकेश में ट्रॉमा एवं प्राथमिक उपचार से संबंधित प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया।
कार्यक्रम के दौरान टीम ने उपस्थित कर्मचारियों को सड़क या औद्योगिक दुर्घटना की स्थिति में प्राथमिक उपचार, स्पाइनल स्थिरीकरण, रक्तस्राव नियंत्रण तथा बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS) जैसी जीवनरक्षक तकनीकों का प्रदर्शन एवं व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया।
इस प्रशिक्षण का उद्देश्य कार्यस्थल पर आकस्मिक घटनाओं के समय कर्मचारियों को फर्स्ट एड एवं बेसिक लाइफ सपोर्ट की जानकारी देकर जीवनरक्षा के लिए तत्पर बनाना था।
एम्स की ट्रॉमा टीम का यह प्रयास है कि प्रत्येक संस्था में कार्यरत व्यक्ति ट्रॉमा के बुनियादी सिद्धांतों को समझकर जरूरत पड़ने पर घायल व्यक्ति को त्वरित प्राथमिक सहायता प्रदान कर सके।
इस अवसर पर डॉ. शांतम, डॉ. आदित्य चौधरी, प्रकाश चंद मीणा, वनेपाल, तारा एवं सुश्री दीपिका कांडपाल उपस्थित रहे।
राजाजी टाइगर रिजर्व, चीला में वन अधिकारियों हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम
इसी क्रम में दोपहर 3:00 बजे ट्रॉमा टीम ने राजाजी टाइगर रिजर्व, चीला (ऋषिकेश) में वन अधिकारियों एवं फॉरेस्ट गार्ड्स के लिए “ट्रॉमा एवं फर्स्ट रिस्पॉन्स प्रशिक्षण” आयोजित किया।
यह प्रशिक्षण पूर्व विभागाध्यक्ष (सर्जरी विभाग), पी.जी.आई. चंडीगढ़, प्रो. (डॉ.) राजेन्द्र सिंह, तथा डॉ. मधुर उनियाल एवं डॉ. नीरज कुमार के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में प्रतिभागियों को साँप के काटने पर प्राथमिक उपचार, जंगली जानवर द्वारा मानव को चोट पहुँचाने की स्थिति में तत्काल कदम, एवं घायल व्यक्ति के सुरक्षित स्थानांतरण जैसे विषयों पर व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया।
इस अवसर पर ट्रॉमा टीम से डॉ. शांतम पोखरियाल, डॉ. आदित्य चौधरी, अखिलेश उनियाल, वनेपाल, विजय सिंह, सुश्री तरन्नुम, सुश्री ऊषा, सुश्री अल्का, सुश्री आरती एवं अन्य स्टाफ सदस्य बस्तीराम उपस्थित रहे।
ATLS/ATCN प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल समापन
“विश्व आघात सप्ताह” के अंतर्गत आयोजित ATLS/ATCN (Advanced Trauma Life Support / Advanced Trauma Care for Nurses) प्रशिक्षण कार्यक्रम, जो 13 अक्टूबर से प्रारंभ हुआ था, आज 15 अक्टूबर 2025 को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
इस कोर्स में देशभर के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों से प्रशिक्षक एवं प्रतिभागी शामिल हुए।
कोर्स डायरेक्टर डॉ. मधुर उनियाल ने प्रतिभागियों को प्रशिक्षण के सफल समापन एवं Instructor Potential प्राप्त करने पर हार्दिक बधाई दी तथा उन्हें भविष्य में उत्कृष्ट ट्रॉमा केयर सेवाओं में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
एम्स ऋषिकेश निदेशक एवं विशेषज्ञों के विचार
प्रो. (डॉ.) मीनू सिंह, निदेशक, एम्स ऋषिकेश ने कहा — “एम्स ऋषिकेश का उद्देश्य केवल संस्थान के भीतर ही नहीं, बल्कि समाज के प्रत्येक स्तर तक जीवनरक्षक ज्ञान एवं कौशल पहुँचाना है।
चाहे वह औद्योगिक क्षेत्र के कर्मी हों या वन विभाग के अधिकारी – यदि वे ट्रॉमा की प्राथमिक देखभाल में दक्ष हो जाएँ, तो अनेक जीवन बचाए जा सकते हैं।
ट्रॉमा टीम द्वारा किए जा रहे ये प्रयास ‘सामुदायिक सशक्तिकरण’ की दिशा में एक सराहनीय कदम हैं, जो हमारे ‘सुरक्षित भारत’ के संकल्प को साकार करने में सहायक सिद्ध होंगे।”
प्रो. (डॉ.) क़मर अज़म, विभागाध्यक्ष, ट्रॉमा सर्जरी एवं क्रिटिकल केयर, एम्स ऋषिकेश ने कहा — “ट्रॉमा प्रबंधन केवल चिकित्सकों का कार्य नहीं, बल्कि हर जागरूक नागरिक की जिम्मेदारी है।
ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से हम प्रत्येक व्यक्ति को ‘प्रथम प्रत्युत्तरकर्ता’ (First Responder) बनने के लिए सक्षम बनाना चाहते हैं।”
डॉ. मधुर उनियाल, आयोजन सचिव, विश्व आघात सप्ताह 2025 ने कहा “विश्व आघात सप्ताह के दौरान हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि समाज का हर वर्ग – चाहे वह औद्योगिक क्षेत्र का कर्मचारी हो या अधिकारी – ट्रॉमा प्रबंधन के मूल सिद्धांतों से परिचित हो।एम्स ऋषिकेश की टीम इसी दिशा में सतत प्रयासरत है।”