वर्ल्ड ट्रॉमा वीक 2025 के अंतर्गत एम्स ऋषिकेश में रक्तदान शिविर एवं स्कूल स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
1 min read
ऋषिकेश, 14 अक्टूबर 2025।“वर्ल्ड ट्रॉमा वीक 2025” के अवसर पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश के ट्रॉमा सर्जरी एवं क्रिटिकल केयर विभाग द्वारा संस्थान परिसर में रक्तदान शिविर तथा आसपास के विद्यालयों — M.I.T. ढालवाला, NDS (निर्मल आश्रम दीपमाला पब्लिक स्कूल) एवं SDM (सत्येश्वरी देवी मेमोरियल पब्लिक स्कूल) — में स्कूल स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।
रक्तदान शिविर
रक्तदान शिविर का सामूहिक उद्घाटन रिबन काटकर डॉ. मधुर उनियाल, डॉ. दलजीत, डॉ. आशीष, डॉ. रूबी कटारिया, डॉ. नीरज कुमार एवं मुख्य नर्सिंग अधीक्षक डॉ. अनीता रानी द्वारा किया गया।
इस अवसर पर एम्स के विभिन्न विभागों के नर्सिंग ऑफिसर्स, सीनियर नर्सिंग ऑफिसर्स, एमआरसी, क्लेरिकल स्टाफ तथा अन्य कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक रक्तदान किया।
लगभग 40 रक्तदाताओं ने इस शिविर में भाग लेकर अमूल्य योगदान दिया।शिविर के अंत में रक्तदाताओं को प्रमाणपत्र एवं मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया गया।
रक्तदान स्लोगन:
“रक्तदान – जीवन का सबसे बड़ा उपहार।”
“आपका एक यूनिट खून, किसी की पूरी ज़िंदगी।”
“रक्तदान करें, मानवता निभाएं।”
“रक्त ही जीवन है — इसे बाँटिए, बचाइए।”
आयोजन टीम:
डी.एन.एस. अमित कुमार सैनी, असिस्टेंट नर्सिंग सुपरिटेंडेंट अमर,
सीनियर नर्सिंग ऑफिसर्स — दिनेश लुहार, वरुण, अखिलेश उनियाल, सुश्री सस्वती, दीपेन्द्र,
तथा नर्सिंग ऑफिसर्स — शशिकांत, सुश्री गीतांजलि, सुश्री ललिता सहित एम्स स्टाफ सदस्यों का विशेष सहयोग रहा।
—
स्कूल स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम
एम्स ऋषिकेश की ट्रॉमा टीम ने M.I.T. ढालवाला, NDS एवं SDM स्कूलों में
आपातकालीन ट्रॉमा प्रबंधन तकनीकों — स्पाइन स्टैबिलाइजेशन, सर्वाइकल कॉलर लगाना, लॉग रोलिंग, स्पाइन बोर्ड एप्लीकेशन एवं बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS) — का लाइव प्रदर्शन किया।
छात्रों व शिक्षकों को हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग के माध्यम से जीवनरक्षक उपाय सिखाए गए।
एम्स ट्रॉमा टीम में
डॉ. शांतम पोखरियाल, मिसेज दीपिका कांडपाल (सीनियर नर्सिंग ऑफिसर),
सुश्री निशा, सुश्री शीला, सुश्री ऊषा, सुश्री अल्का, सुश्री तरन्नुम,सुश्री आरती, श्री वनेपाल एवं श्री तारा चंद शामिल रहे।
—
संस्थान निदेशक प्रो. (डॉ.) मीनू सिंह का संदेश:
“रक्तदान एक महान मानवीय कार्य है। यह न केवल जीवन बचाता है, बल्कि समाज में एकजुटता और करुणा का प्रतीक भी है। एम्स ऋषिकेश समाज के स्वास्थ्य और आपात सेवाओं को सशक्त बनाने हेतु निरंतर प्रतिबद्ध है।”
डॉ. मधुर उनियाल (ट्रॉमा सर्जरी विभाग):
“ट्रॉमा के समय सही प्राथमिक उपचार और समय पर रक्त की उपलब्धता दोनों ही जीवन बचाने में अत्यंत महत्त्वपूर्ण हैं। यह रक्तदान शिविर उसी भावना का प्रतीक है।”
मुख्य नर्सिंग अधीक्षक डॉ. अनीता रानी:
“हमारे स्टाफ ने उत्साहपूर्वक रक्तदान कर मानवता के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई है। प्रत्येक रक्तदाता किसी के जीवन की नई आशा है — रक्तदान ही सच्चा महादान है।”