जिला योजना एवं बीस सूत्रीय कार्यक्रम की समीक्षा बैठक संपन्न, विभागों को दिए कड़े निर्देश
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*जिलाधिकारी ने कहा— गुणवत्ता व समयबद्धता के साथ पूर्ण हों विकास कार्य
पौड़ी, 17 अक्टूबर 2025।जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने शुक्रवार को जिला सभागार में आयोजित जिला योजना एवं बीस सूत्रीय कार्यक्रम की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने विभागवार योजनाओं की प्रगति, व्यय की स्थिति तथा लंबित कार्यों की समीक्षा करते हुए सभी अधिकारियों को गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ विकास कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनसुविधा से जुड़े कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी स्वीकार्य नहीं होगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी कार्यों का भौतिक सत्यापन कर उसकी औचित्यता सुनिश्चित करें तथा जिन कार्यों में देरी हो रही है, उन्हें तत्काल प्रारंभ कर निर्धारित समय में पूर्ण करें।
डीएम ने लोक निर्माण विभाग को पौड़ी नगर स्थित पुस्तकालय निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही, सड़कों को गड्ढामुक्त करने की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि जिन मार्गों पर मरम्मत या डामरीकरण कार्य शेष हैं, उन्हें शीघ्र पूरा कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
बैठक में उन्होंने मॉडल आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति पर भी चर्चा की और कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में शिक्षा, पोषण और स्वच्छता की सुविधाएं उच्च स्तर की होनी चाहिए। उन्होंने सभी अधिकारियों से प्रत्येक केंद्र की नियमित निगरानी सुनिश्चित करने को कहा।
जिलाधिकारी ने आयुर्वेद विलेज परियोजना की समीक्षा करते हुए कहा कि इसमें स्थानीय स्थापत्य शैली और संस्कृति को प्रमुखता दी जाए। उन्होंने कहा कि यह परियोजना स्वास्थ्य पर्यटन और आयुर्वेद-वेलनेस संवर्धन की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
उन्होंने पशुपालन विभाग को टीकाकरण अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार करने और पशु स्वास्थ्य शिविरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। कृषि, उद्यान, मत्स्य, सहकारिता, पंचायतीराज, पर्यटन, खेल, सिंचाई व वन विभागों के कार्यों की भी विस्तार से समीक्षा की गई।
डीएम ने बंदरों सहित जंगली जानवरों से बचाव हेतु कृषि, उद्यान और वन विभाग को संयुक्त समिति बनाकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में नवाचारों को बढ़ावा दिया जाए ताकि किसानों की आय में वृद्धि हो सके।
सहकारिता समितियों को सशक्त करने और ग्रामीण युवाओं को रोजगारोन्मुखी योजनाओं से जोड़ने पर भी बल दिया गया। जिलाधिकारी ने सभी विभागों से तीन सर्वश्रेष्ठ योजनाओं का विस्तृत विवरण, फोटोग्राफ और सफलता की कहानियों सहित रिपोर्ट तैयार करने को कहा।
उन्होंने चेतावनी दी कि जिन कार्यदायी संस्थाओं के कार्यों में गुणवत्ता की कमी पाई जाएगी, उन्हें भविष्य में कार्य आवंटन से वंचित किया जाएगा।
डीएम ने कहा कि “गुणवत्ता के साथ कोई समझौता स्वीकार्य नहीं होगा, चाहे वह कितना ही छोटा कार्य क्यों न हो।”
जिलाधिकारी ने जिला, राज्य, केंद्र पोषित एवं बाह्य सहायता प्राप्त योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी विभाग अपने लक्ष्यों की शत-प्रतिशत पूर्ति सुनिश्चित करें।
उन्होंने बीस सूत्रीय कार्यक्रम की प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए रैंकिंग में पिछड़ने वाले विभागों को चेतावनी दी कि लक्ष्यपूर्ति में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डीएम ने कहा कि “विकास योजनाओं की वास्तविक सफलता तभी मानी जाएगी जब उसका लाभ सीधे आमजन तक पहुंचे।”
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. शिव मोहन शुक्ला, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी राम सलोने, अधीक्षण अभियंता (जल संस्थान) प्रवीण सैनी, मुख्य कृषि अधिकारी विकेश कुमार यादव, मुख्य शिक्षाधिकारी नागेंद्र बर्तवाल, डीपीआरओ जितेंद्र कुमार, जिला पर्यटन अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, समाज कल्याण अधिकारी रोहित डुबरिया, मत्स्य अधिकारी अभिषेक मिश्रा सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।