गौसेवा हेतु “बदरीगाय सेवा सामाजिक संस्था गौंख (श्री नृसिंह मंदिर) जोशीमठ में स्वयं सेवी संस्था का गठन
1 min read• वर्ष 2019 में हुई गौ सदन की स्थापना
जोशीमठ: विलुप्त हो रही बदरी गाय के संरक्षण हेतु जोशीमठ के जागरूक लोगों की पहल घरातल पर उत्तर रही है बद्री गाय के संरक्षण हेतु 5 जनवरी बृहस्पतिवार को बदरीगाय सेवा सामाजिक संस्था गौंख नृसिंह मंदिर का औपचारिक गठन कर दिया गया है शीघ्र ही संस्था का विधिवत पंजीकरण किया जायेगा। भू धंसाव की आपदा झेल रहे जोशीमठ के विभिन्न वार्डों के महिला मंडल ने गौ सेवा का संकल्प लिया है जिसकी सभी लोग सराहना कर रहे है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 में गौंख श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ में गौपूजन कर गौ सदन” की नीव रखकर कार्य प्रारंभ कर दिया गया था। परंपरानुसार बदरी गाय का दूध धार्मिक दृष्टि से प्रवित्र माना जाता है सदियों से भगवान बदरी विशाल एवं भगवान नृसिंह जी का अभिषेक बदरीगाय के दूध एवं घी से होता आया है।
अब बद्री गाय के संरक्षण के लिए जोशीमठ के स्थानीय जागरुक लोगों की पहल पर महिला मंगल दल का श्री नृसिंह मंदिर, मारवाड़ी, सुनील सिंगधार के साथ ही विभिन्न वार्डो की कीर्तन मंडलियों के अलावा देव पुजाई समिति, गौंख विकास समिति ने संकल्प लिया है।
गौ सेवा हेतु गठित स्वयंसेवी संस्था बदरीगाय सेवा सामाजिक संस्था गौंख (श्री नृसिंह मंदिर) जोशीमठ का विधिवत गठन किया गया जिसमें अध्यक्ष श्रीमती प्रेमलता बिष्ट, उपाध्यक्ष भरत प्रसाद सती, सचिव कुलदीप बिष्ट उपसचिव अनिल नंबूरी, कोषाध्यक्ष आनंद सिंह पंवार संरक्षक बीकेटीसी के पूर्व मुख्य कार्याधिकारी जगत सिंह बिष्ट को चुना गया है।
जबकि श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति बतौर प्रथम सदस्य तथा सतीश भट्ट, अरविंद प्रकाश पंत विजेंद्र सिह विष्ट सरजीत सिंह राणा अनसुया नौटियाल, विजय डिमरी, उत्तम सिंह पवार, राकेश पांडेय उतरा वंसल राजेंद्र प्रसाद कुमार जोशी शिवम विष्ट, भूपेद्र राणा किशोरी नेगी, अरुणा नेगी पुष्पा कवाण, गोविंद प्रसाद भट्ट के आदि को सदस्य चुना गया है।