लायंस क्लब ऋषिकेश रॉयल ने कोड़ी आश्रम में वितरण किया राशन, युवा लियो का उत्कृष्ट योगदान
1 min read
ऋषिकेश, 17 अगस्त 2024 समाज सेवा के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता को कायम रखते हुए, आज लायंस क्लब ऋषिकेश रॉयल ने 14-बिघा कोड़ी आश्रम में एक विशेष राशन वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में जरूरतमंदों को आवश्यक खाद्य सामग्री वितरित की गई, जिससे आश्रम के निवासियों के जीवन में एक सकारात्मक बदलाव लाया जा सके।
इस आयोजन में सबसे खास बात यह रही कि क्लब के युवा लियो, लविश चोपड़ा और यशराज मखीजा , ने इस पहल में अग्रणी भूमिका निभाई। लियो लविष चोपड़ा (लायन तरुण चोपड़ा के पुत्र) और यशराज मखीजा (लायन धीरज मखीजा के पुत्र) ने अपनी समर्पित सेवाओं के माध्यम से समाज सेवा का एक उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया। उनकी इस उदारता ने आश्रम के निवासियों के चेहरे पर मुस्कान ला दी।
कोड़ी आश्रम में रह रहे परिवारों की मदद करना और उन्हें राशन सामग्री प्रदान कर उनके जीवन को सुगम बनाना। आज के इस कार्यक्रम में आटा, चावल, दाल, तेल, और मसालों जैसी आवश्यक वस्तुएं वितरित की गईं। इसके साथ ही दैनिक जीवन में काम आने वाली अन्य आवश्यक चीजें भी प्रदान की गईं।
बता दे क्लब के अध्यक्ष लायन सुमित चोपड़ा ने इस अवसर पर कहा, “हमारे युवा लियो लविष और यशराज की यह पहल न केवल उनके उज्ज्वल भविष्य की ओर इशारा करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि वे समाज सेवा के प्रति कितने समर्पित हैं। उनके इस योगदान से आश्रम के लोगों को बहुत राहत मिली है, और हमें उन पर गर्व है।”
कार्यक्रम में लायंस क्लब के अन्य सदस्यों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी भव्य बना दिया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर जो सदस्य उपस्थित थे, उनमें शामिल हैं लियो लविष चोपड़ा,लियो यशराज मखीजा,लायन धीरज मखीजा,लायन तरुण चोपड़ा,लायन अभिनव गोयल,लायन हिमांशु अरोड़ा,लायन अंकुर अग्रवाल,लायन सागर ग्रोवर,श्रीमती निधि चोपड़ा, क्लब के सदस्य लायन अंकुर अग्रवाल ने भी इस कार्यक्रम की सफलता में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने सभी व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संपन्न कराने में अपना योगदान दिया।
लायंस क्लब ऋषिकेश रॉयल हमेशा से समाज सेवा के प्रति समर्पित रहा है, और यह कार्यक्रम उनके इस समर्पण का एक और प्रमाण है। क्लब के सदस्यों ने इस बात पर जोर दिया कि इस प्रकार के आयोजन आगे भी किए जाते रहेंगे, ताकि समाज के जरूरतमंद वर्ग को अधिकतम सहायता प्रदान की जा सके।