October 15, 2025

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एम्स: स्वास्थ्य सेवाओं ने लिखी सफलता की कहानी

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* बीमारियों के निदान से लेकर खोज और अनुसंधान तक बढ़ा ग्राफ
* 3 वर्षों में अस्पताल सेवाओं में हुआ इजाफा, मेडिकल शिक्षा में भी लगी छलांग

ऋषिकेश 6 जुलाई, 2025 एम्स ऋषिकेश के कार्यकारी निदेशक के पद पर कार्य करते हुए पहली महिला अधिकारी प्रोफेसर (डाॅ0) मीनू सिंह को 6 जुलाई 2025 को 3 साल पूरे हो गए। इन तीन वर्षों में प्रतिबद्धता और पूर्ण पारदर्शिता के साथ स्वास्थ्य सेवाओं को आगे बढ़ाना उनकी पहली प्राथमिकता रही है। सर्वोच्च पद पर आसीन चिकित्सीय सेवा की महिला अधिकारी के मार्गदर्शन में तेजी से विकसित हो रहे इस स्वास्थ्य संस्थान ने सकारात्मक बदलाओं के साथ सफलता की एक नयी तस्वीर स्थापित की। इसके अलावा एम्स में लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या तस्दीक करती है कि हाॅस्पिटल सेवाएं बेहतर सुधार की ओर अग्रसर हैं।

7 जुलाई 2022 को एम्स ऋषिकेश के कार्यकारी निदेशक का पद संभालने पर प्रोफेसर (डाॅ.) मीनू सिंह ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाना और संस्थान की कार्यप्रणाली को पूर्ण पारदर्शी बनाना अपना लक्ष्य निर्धारित किया था। समय आगे बढ़ा तो अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोत्तरी भी होती गयी। पिछले तीन वर्षों में प्रो0 मीनू सिंह ने संस्थान के मेडिकल काॅलेज में विभिन्न नए पाठ्यक्रमों की शुरूआत कर न केवल चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान कार्यों को गति प्रदान की अपितु अस्पताल में गरीबों के इलाज के लिए सेवा सुधार के विशेष प्रयास भी किए।

तकनीक आधारित विभिन्न नयी स्वास्थ्य सेवाओं की शुरूआत करने के अलावा इस समय अन्तराल में उन्होंने टेलिमेडिसिन सेवा और तकनीक आधारित ड्रोन मेडिकल स्वास्थ्य सेवा को विकसित कर उत्तराखण्ड में चिकित्सा सेवा की एक नयी इबारत भी लिखी। इसके अलावा राज्य के दूरदराज के क्षेत्रों तक पँहुच रही टेलिकंटल्टेंसी स्वास्थ्य सुविधा भी उनकी ही सकारात्मक सोच का परिणाम है। एम्स ऋषिकेश उत्तर भारत का पहला ऐसा सरकारी स्वास्थ्य संस्थान है जहां टेलिमेडिसिन सेवाओं के नियमित संचालन के लिए एक अलग विभाग गठित किया गया है।

प्रो0 मीनू सिंह ने सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए भी कई पहल की हैं। इनमें संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए आउटरीच सेल के माध्यम से जन समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित करना, सामुदायिक क्षेत्रों में स्वास्थ्य जन-जागरूकता संबन्धित अभियान संचालित करना और नियमित स्तर पर स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करवाना शामिल है।

 


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