देवदूत’ बनी पुलिस और गाँव के जवान — तुंगनाथ के जंगल से ट्रैकर को सकुशल निकाला!
चमोली, 24 अक्टूबर 2025।उत्तराखंड की बर्फीली चोटियाँ जितनी खूबसूरत हैं, उतनी ही चुनौतीपूर्ण भी! शुक्रवार देर शाम एक पर्यटक तुंगनाथ–चंद्रशिला ट्रैकिंग रूट पर अपने समूह से बिछड़ गया और रावण शीला के समीप घने जंगल में रास्ता भटक गया। बर्फीली ठंड, अंधेरा और जंगली जानवरों के डर के बीच उसकी जान पर बन आई।
सूचना मिलते ही धोतीधार पुलिस चौकी में तैनात कॉन्स्टेबल राकेश ने तुरंत सक्रियता दिखाई। उन्होंने स्थानीय ट्रैकिंग गाइडों और जांबाज ग्रामीणों की एक टीम गठित कर बचाव अभियान शुरू किया।
शून्य से नीचे तापमान, घनघोर अंधकार और दुर्गम पहाड़ी पगडंडियों के बीच टीम ने रातभर सर्च ऑपरेशन जारी रखा। ठंडी हवाओं और जंगल की खामोशी के बीच पुलिस और ग्रामीणों ने अपने साहस और समर्पण की मिसाल पेश की।
लगातार कई घंटों की अथक खोज के बाद, रात करीब 3:00 बजे पुलिस टीम ने जंगल के एक बीहड़ हिस्से में लापता ट्रैकर को सकुशल ढूंढ निकाला। उसे तत्काल चौकी लाकर प्राथमिक उपचार प्रदान किया गया।
सुबह होते ही पुलिस ने उस पर्यटक को उसके भावुक परिजनों के सुपुर्द किया। परिजनों ने उत्तराखंड पुलिस और स्थानीय युवकों की मानवता व बहादुरी के लिए हृदय से आभार व्यक्त किया।
यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि—
“उत्तराखंड पुलिस केवल कानून की रखवाली नहीं करती, बल्कि संकट की घड़ी में देवदूत बनकर जनसेवा का धर्म निभाती है।”




