अंतरर्राष्ट्रीय गढ़वाल महासभा एवं आवासीय कल्याण समिति ने किया यादगार आयोजन
1 min read●इगास कार्यक्रम में लोक संस्कृति की सतहरंगी छटा बिखरी
●ढोल-दमाऊ पर झूमें लोग,लोक व्यंजनों का उठाया लुत्फ
ऋषिकेश।इगास बग्वाल पर्व तीर्थ नगरी ऋषिकेश में भी पारंपरिक रूप से मनाया गया।शुक्रवार की शाम अंतरर्राष्ट्रीय गढ़वाल महासभा एवं आवासीय कल्याण समिति उग्रसैन नगर के संयुक्त तत्वावधान में इगास कार्यक्रम का आयोजन उग्रसैन नगर स्तिथ मैदान में किया गया।इस दौरान लोक संस्कृति की सप्तरंगी छटा भी बिखरी।
ढोल-दमाऊ, मसक बाजा, तूरी, रणसिंघा आदि लोक वाद्ययंत्रों ने सभी को उल्लास से भर दिया और हर कोई झूमते-नाचते भैलो खेलने लगा। साथ ही लोक व्यंजनों की खुशबू से भी पूरा वातावरण महकता रहा। दरअसल गढ़वाल में दीपावली के 11 दिन बाद यानी देवोत्थान एकादशी को इगास बग्वाल पर्व मनाया जाता है।
कार्यक्रम आयोजक महासभा के अध्यक्ष ड़ॉ राजे नेगी एवं समिति उपाध्यक्ष एम एस राणा ने बताया कि इगास पर्व का सीधा संबंध वीरभड्ड माधो सिंह भंडारी की वीर विजय गाथा से जुड़ा है।16 वीं शताब्दि में दापाघाट के युद्ध मे गढ़वाल की सेना द्वारा तिब्बती सेना को पराजित किया गया था।
जिस वक्त ये युद्ध चल रहा था उस वक्त दीपावली का त्यौहार था ओर गढ़वाल की सेना युद्ध मे लगी थी दिवाली के ठीक 11 दिन बाद वीरभड्ड माधो सिंह के नेतृत्व में गढ़वाल की सेना तिब्बत पर विजय होकर लोटी। जिसके बाद सभी घरों में दिवाली इगास पर्व के रूप में धूमधाम से मनाई गई।इससे पहले कार्यक्रम बतौर मुख्यातिथि शिरकत के लिए पहुंची
महापौर अनिता ममगाई ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ कराया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विलुप्त होती संस्कृति के संरक्षण को इसी तरह के सामूहिक प्रयास जरूरी हैं।आज गांव खाली हैं और शहरों में रह रहे लोग भी अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। इस दौरान क्षेत्रीय पार्षद राधा रमोला, उग्रसेन नगर आवासीय कल्याण समिति के अध्यक्ष रघुवंश कुमार सचिव बृजभूषण शर्मा कोषाध्यक्ष एन के शर्मा उप सचिव एम एल सकलानी,लोकगायक धूम सिंह रावत, उत्तम सिंह असवाल,सीता पयाल,कुसुम जोशी,मधु असवाल,डॉ गौरव भल्ला,दीपक तायल समेत गणमान्य लोग उपस्थित थे।