अपर जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल रामजी शरण शर्मा की अध्यक्षता में ‘‘सुरक्षित भोजन एवं स्वस्थ आहार‘‘ को लेकर बैठक आयोजित
1 min readटिहरी/दिनांक 16 दिसम्बर, 2022
अपर जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल रामजी शरण शर्मा की अध्यक्षता में आज जिला सभागार नई टिहरी में ‘‘सुरक्षित भोजन एवं स्वस्थ आहार‘‘ के संबंध मंे बैठक आयोजित की गई। बैठक में खाद्य संरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अधीन ‘‘सुरक्षित भोजन एवं स्वस्थ आहार‘‘ के संबंध मंे समिति के सदस्यों के समक्ष चर्चा की गई।
अपर जिलाधिकारी द्वारा खाद्य अभिहित अधिकारी को निर्देशित किया गया कि फूड सेफ्टी टेªेनिंग के तहत कुछ भोजन माताओं को मास्टर ट्रेनर के रूप में ट्रेनिंग देकर अन्य सभी भोजन माताओं को भी ट्रेनिंग देना सुनिश्चित करें। बाल विकास विभाग को निर्देशित किया कि भोजन माताओं की ट्रेनिंग हेतु ब्लॉक वाइज रोस्टर बनाकर सूची खाद्य अभिहित अधिकारी को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
खाद्य अभिहित अधिकारी को निर्देशित किया गया कि पैकड फूड की भी नियमित सैमलिंग करते रहें। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को भी ट्रेनिंग देने को कहा गया। व्यापार संघ एवं होटल व्यवसायियों को आंतरिक बैठक करने को कहा गया।
खाद्य अभिहित अधिकारी एम.एन. जोशी द्वारा प्रस्तुतीकरण के माध्यम से भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के निर्देशों के क्रम में विभाग द्वारा किये गये विशेष अभियान के तहत नमूना संग्रह कार्य, सर्विलांस नमूना संग्रहण, जन-जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
बताया कि जनपद में लगातार विभाग द्वारा खाद्य संरक्षा मानक अधिनियिम, विनिमय, नई गाईडलाइन के अनुसार कारोबार कर्ताओं को जागरूक किया जा रहा है। वर्ष 2022-23 में अब तक व्यापार संघों के साथ 08 जागरूकता कार्यक्रम किये जा चुके हैं, जिसमें लगभग 390 खाद्य कारोबार कर्ताओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। त्न्ब्व् ;त्मचनतचवेम नेमक बववपदह वपसद्ध के संबंध में उन्होंने बताया कि उपयोग किए गए खाना पकाने के तेल का पुनः उपयोग करने के दौरान तेल के कई गुण बदल जाते हैं, बार-बार तलने पर टोटल पोलर कंपाउंड (ज्च्ब्) बनता है।
इन यौगिकों की विषाक्तता कई बीमारियों से जुड़ी हुई है। कहा कि उपभोक्ता स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए एफएसएसएआई ने टीपीसी के लिए 25 प्रतिशत की सीमा निर्धारित की है, सभी खाद्य व्यवसाय संचालकों को तलने के दौरान तेल की गुणवत्ता की निगरानी करने की आवश्यकता होती है। कहा कि रूको के तहत खाने के तेल को तीन बार से अधिक उपयोग न करें। अब तक जिले ने 48 खाद्य व्यवसाय संचालकों से कुल 1671 लीटर इस्तेमाल किया हुआ खाना पकाने का तेल एकत्र किया है।
एफडीए टिहरी गढ़वाल खाद्य व्यवसाय संचालकों के लिए रूको के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित करता रहा है। बैठक मे समिति के सदस्यों द्वारा अपने-अपने सुझाव भी दिये गये। इसके साथ ही स्लॉट हाउस के संबंध में भी चर्चा की गई।
बैठक में सीएमओ डॉ. संजय जैन, सीएओ अभिलाषा भट्ट, जीएम डीआईसी महेश प्रकाश, डीएसओ अरूण वर्मा, डीईओ बेसिक वी.के. ढौंडियाल, डीपीओ शाहिब हुसैन सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।