एम्स संस्थान की ओर से चला सघन स्वच्छता अभियान
ऋषिकेश।स्वच्छता ही सेवा, 2023 कार्यक्रम के अंतर्गत अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की ओर से सघन स्वच्छता अभियान चलाया गया, जिसमें अपर सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार सुश्री वी. हेकाली झिमोमी ने विशेषरूप से प्रतिभाग किया। अभियान में एम्स के चिकित्सकों, अधिकारियों, कर्मचारियों व विभिन्न स्वयंसेवी व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने शिरकत की।
रविवार को पूर्वाह्न 10 बजे एम्स के गेट नंबर तीन से अपर सचिव भारत सरकार सुश्री वी. हेकाली झिमोमी व एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह ने स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जिसमें एम्स के गेट नंबर तीन के आसपास, गेट नंबर दो व गेट नंबर एक एरिया के साथ साथ एम्स ट्रॉमा सेंटर के पीछे फैले कूड़े कचरे व झाड़ियों को हटाया गया।
इस दौरान भारत सरकार की अपर सचिव व निदेशक एम्स ने भी हाथों में झाड़ू व फावड़े लेकर कूड़े कचरे की सफाई कर मुहिम में शामिल अन्य स्वयंसेवकों को स्वच्छता को लेकर प्रेरित किया। अभियान के बाद एकत्रित कचरे का निस्तारण किया गया। स्वच्छता अभियान में 300 से अधिक चिकित्सकों, अधिकारियों, कार्मिकों, विभिन्न संस्थाओं से जुड़े स्वयंसेवकों, स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर अपर सचिव स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार सुश्री वी. हेकाली झिमोमी ने प्रसन्नता व्यक्त की कि एम्स ऋषिकेश की पहल पर स्वच्छता मुहिम में सैकड़ों लोगों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। इस अवसर पर उन्होंने योग एवं आध्यात्म की नगरी ऋषिकेश को सभी को मिलकर स्वच्छ बनाने पर जोर दिया। कहा कि आस्था के इस केंद्र की स्वच्छता के लिए सभी को स्वाभाविक संकल्प लेने की जरुरत है।
उन्होंने मुहिम में काफी संख्या में महिला स्वयंसेवकों की सहभागिता की सराहना की और महिलाओं से अपने बच्चों को भी स्वच्छता के प्रति प्रेरित करने को कहा। एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह ने स्वच्छता पखवाड़े के तहत इस अभियान में शामिल होने वाले स्वयंसेवकों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने स्वच्छता को लेकर स्वयं संकल्प लेने की आवश्यकता बताई।
संकायाध्यक्ष अकादमिक प्रो. जया चतुर्वेदी ने कहा कि हमें सजग रहकर अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ बनाने का प्रयास करना चाहिए। इससे हम गंदगी के साथ साथ बीमारियों से भी दूर रहेंगे और दूसरों को प्रेरणा भी मिलेगी।
एमएस प्रो. संजीव मित्तल ने कहा कि हमें अपने आसपास पसरी गंदगी को नजरअंदाज करने की आदत को छोड़ना होगा, तभी हम स्वच्छ भारत मिशन को अंजाम तक पहुंचा सकते हैं।
इस अवसर पर एम्स संस्थान की ओर से स्वच्छता अभियान में प्रतिभाग करने वाले स्वयंसेवकों, कार्मिकों को प्रशस्तिपत्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
संस्थान की ओर से अपर सचिव भारत सरकार, कार्यकारी निदेशक एम्स, डीन एकेडमिक व अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने प्रतिभगियों को प्रशस्तिपत्र वितरित किए। इस अवसर पर प्रो. एसके हांडू, उप निदेशक डा. रजनीश अरोड़ा, प्रशासनिक अधिकारी गौरव बडोला, अभियान के समन्वयक डॉ. लोकेश सैनी, डॉ. अमित त्यागी, पीएस विनीत कुमार, एफए सिद्धार्थ, एसई राजेश जुयाल, डॉ. पूर्वी कुलश्रेष्ठा, विधि अधिकारी प्रदीप चंद्र पांडेय, पुस्तकालयाध्यक्ष संदीपकुमार सिंह आदि मौजूद थे।