रक्तदान शिविर में रक्तदाता एम्स संस्थान द्वारा हुए पुरस्कृत
1 min readअखिल भारतीय आयुर्विज्ञान ऋषिकेश का रक्ताधान चिकित्सा एवं रक्तकोष विभाग में रविवार को राष्ट्रीय रक्तदाता दिवस मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि अपर सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार सुश्री वी. हेकाली झिमोमी ने विभाग में तीन नए क्लिनिकों का शुभारंभ किया। इसके साथ ही उन्होंने विभाग में आयोजित रक्तदान शिविर में रक्तदाताओं को संस्थान की ओर से पुरस्कृत किया।
कार्यक्रम में रक्तदाताओं के स्वास्थ्य लाभ के लिए आयरन युक्त खाद्य पदार्थों की प्रदर्शनी लगाई गई। जिसमें विभागीय कार्मिकों ने घर पर तैयार किए गए आयरनयुक्त खाद्य पदार्थों का प्रदर्शन किया। मौजूद लोगों ने इन स्वास्थ्यवर्धक होम मेड प्रोडक्ट्स की सराहना की। इस अवसर पर अपर सचिव भारत सरकार सुश्री वी. हेकाली झिमोमी ने कहा कि उत्तराखंड के फूड्स मंडवा, झंगोरा, चकोतरा आदि की खूबियों से देश दुनिया को रूबरू कराने की आवश्यकता है। जिससे लोग सेहत के लिए सबसे बेहतर उत्तराखंड के फूड्स को अपनाकर अच्छी सेहत पा सकें।
संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह ने कहा कि देश में जरुरतमंदों के लिए रक्त की पूर्ति व उन्हें जीवनदान देने के लिए रक्तदाताओं के स्वस्थ्य की रक्षा बेहद जरुरी है। उन्होंने विभाग द्वारा इसके लिए आयोजित की गई आयरनयुक्त खाद्य पदार्थों की प्रदर्शनी जैसी पहल को बहुउपयोगी बताते हुए इसकी सराहना की । निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने बताया कि एम्स संस्थान का रक्तधान विभाग अब तक 2 लाख से अधिक यूनिट रक्त से जरुरतमंदों की सहायता कर चुका है।
बताया कि अब तक एम्स ऋषिकेश में मरीजों के लिए ब्लड की कभी कोई कमी नहीं हुई है। डीन एकेडमिक प्रोफेसर जया चतुर्वेदी व चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव मित्तल ने कहा कि इस विषय से जुड़ी शिक्षा संस्थान के विभिन्न विभागों के जूनियर चिकित्सकों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगी। रक्ताधान चिकित्सा एवं रक्तकोष विभागाध्यक्ष प्रोफेसर गीता नेगी ने बताया कि इस अवसर पर विभाग में तीन क्लिनिकों का शुभारंभ मरीजों व स्वैच्छिक रक्तदाताओं के स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी होंगी।
विभाग के फैकल्टी सदस्य डा. दलजीत कौर व डा. आशीष जैन ने बताया कि विभाग स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए अब तक 250 से अधिक रक्तदान शिविर आयोजित कर चुका है, जिनके लिए समय- समय पर सामाजिक एवं स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग प्राप्त होता रहता है।