दून विश्वविद्यालय में मनाया उत्तरांचल दैवीय आपदा पीड़ित सहायता समिति द्वारा समिति का वार्षिक महोत्सव
ऋषिकेश दिनांक 30 अक्टूबर रविवार 2022 को उत्तरांचल दैवीय आपदा पीड़ित सहायता समिति द्वारा समिति का वार्षिक महोत्सव दून विश्वविद्यालय ऑडिटोरियम मोथरोवाला में मनाया गया आपदा पीड़ित सहायता समिति का गठन दिनांक 20,21 अक्टूबर 1991 के मध्य रात्रि में उत्तरकाशी में आए विनाशकारी भूकंप में आपदा प्रभावित जनों के सहायतार्थ हुआ था।
इस समिति का गठन, हिमालय पुत्र डॉक्टर नित्यानंद जिन्होंने हिमालय की सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया द्वारा किया गया था नित्यानंद ने संघ के माध्यम से समाज सेवा करने का व्रत लिया था डॉक्टर नित्यानंद ने भावी पीढ़ी के लिए सेवा का उत्तम आदर्श प्रस्तुत किया नित्यानंद एक ऐसे सेवा साधक थे जो मन तन व वचन से संत स्वरूप थे इस समिति द्वारा अनेक से अधिक मकान बनवाए गए।
अनेकों शिक्षा संस्कार केंद्र सेवा आश्रम ग्राम विकास, शिक्षा,रोजगार शराबबंदी, कुरीति उन्मूलन,चिकित्सा, निर्धन व मेधावी छात्रों को छात्रवृत्ति देने का कार्य कर रही है समिति दानी सज्जनों के सहयोग से श्रद्धा पूर्वक दी गई धनराशि से सेवा आश्रम मनेरी उत्तरकाशी
स्वामी घनश्याम आनंद छात्रावास लक्ष्मेश्वर उत्तरकाशी,दानवीर कर्ण सेवा आश्रम नेटवाड़ उत्तरकाशी श्री देव सुमन छात्रावास कोटि जिला टिहरी बाबा केदार छात्रावास गुप्तकाशी सरस्वती शिशु मंदिर मल्ला उत्तरकाशी,स्वामी घनश्याम आनंद सरस्वती विद्या मंदिर लखेश्वर बाल संस्कार केंद्र रायथल, मल्ला, सौरा, गजोली,संग्रहालय भेला टिपरी,लाटा,चीमा अनेकों कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र, चिकित्सा सेवा केंद्र नेटवाड,सवार चमोली, बाला साहब देवरस चिकित्सा केंद्र स्यानाचट्टी आदि सेवा कार्य संचालित किए जा रहे हैं।
सभागार में हजारों की संख्या वार्षिकोत्सव मे लोग उपस्थित हुए और इन सेवा कार्यों की जानकारी प्राप्त की,अनेकों दानदाताओं ने इन सेवा कार्यों को आगे गति देने के लिए छात्रवासके वार्षिक व्यय का संकल्प लिया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय सेवा भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री सुधीर कुमार ने कहा कि सेवा व्यापक क्षेत्र है।
भगवान श्री कृष्ण ने भक्ति योग, कर्म योग और ज्ञान योग से जो पुण्य प्राप्त होता है उससे कही अधिक सेवा के माध्यम से प्राप्त होता है
जिस धन का उपयोग सेवा कार्य में होता है धन का सौंदर्य वा श्रृंगार स्वत ही हो जाता है।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में समाज के बल पर व इस के एकजुट प्रयास से देश को इस विपत्ति से बचा पाए उन्हों ने बताया कि सम्पूर्ण भारत वर्ष में 130000 सेवा कार्य चल रहे हैं।महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि असहाय बेसहारा बच्चों की सेवा किसी देव कार्य से कम नहीं है हमें अपने जीवन मे किसी ना किसी जरूरतमंद की सेवा का संकल्प लेना चाहिए उन्होंने उत्तराखंड दैवीय आपदा समिति के कार्यों की सराहना की।
कहा कि स्थापना काल से ही यह समिति उत्कृष्ट कार्य कर रही है इस अवसर पर उन्होंने छात्रावास के बच्चों द्वारा किए गए सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की बहुत सराहना की।डॉ अश्विनी कंबोज ने आज के इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि प्रत्येक जन को अपने सामर्थ्य अनुसार अधिक से अधिक सेवा कार्यों के लिए अपने सामर्थ्य अनुसार तन मन धन से सेवा का संकल्प लेना चाहिए।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पूर्व प्रांत प्रचारक युद्धवीर,प्रांत सेवा प्रमुख पवन, प्रांत सह प्रचार प्रमुख श्रीमान संजय, प्रांत कार्यवाह दिनेश सेमवाल,सुरेंद्र मित्तल, नीरज मित्तल,अरुण शर्मा, महेंद्र राजेश सेठी,हिमांशु अग्रवाल,दिनेश उपमन्यु, बलदेव पाराशर आदि उपस्थित रहे।