टिहरी विस्थापित क्षेत्र में महिला शक्ति एवं स्थानीय निवासी द्वारा अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए किया कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन
टिहरी।दिनांक 8 अक्टूबर 2022 को जारी विज्ञप्ति में बताया कि देर सांय टिहरी विस्थापित क्षेत्र में महिला शक्ति एवं स्थानीय निवासी द्वारा अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए व उसमें शामिल वीआईपी का नाम उजागर करने के साथ साथ अंकिता, केदार सहित कई युवाओं की नौकरी को अपने रिस्तेदारों को बैक डोर से विधानसभा में भर्ती देने वाले पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के विरूद्ध कार्यवाही को लेकर बड़ी संख्या में इण्टर कॉलेज से शिव चौक तक कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया और शिव चौक में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
विस्थापित समित के अध्यक्ष हरि सिंह भंडारी व प्रदेश सचिव धर्मेन्द्र गुलियाल ने कहा की उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी को अभी तक सरकार द्वारा न्याय न देने के सन्दर्भ में विस्थापित क्षेत्र को जागरूक लोगो ने अंकिता के दोषियों को सरकार से फांसी देने की मांग की साथ ही कहा कि कहीं ना कहीं युवाओं का अधिकार छीनने वाले वे नेता भी दोषी हैं जिन्होंने अंकिता और अंकिता जैसे कई होनहार युवाओं की नौकरी अपने चहेतों को पीछे के दरवाज़े से दिलवाने का काम किया ऐसे नेताओं पर अभी तक प्रदेश सरकार ने कोई कार्यवाही नहीं की जोकि सही नहीं ऐसे मंत्री पर भी कार्यवाही हो ताकि आगे से इस तरह का कृत्य कोई नेता ना कर पाये।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला ने कहा कि विस्थापित क्षेत्र में महिला शक्ति एवं स्थानीय द्वारा बहन अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए व एसआईटी द्वारा उस वीआईपी का नाम उजागर करने के मांग को लेकर कैंडल मार्च निकालकर सरकार को चेताने का काम किया और माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी से आवाह्न कर जल्द से जल्द अंकिता भंडारी के दोषी को फांसी देने का काम करे व विधानसभा भर्ती घोटाले के दोषी तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष को बर्खास्त कर मुक़दमा दर्ज करें अन्यथा हम उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
कार्यक्रम में मनीष मैठाणी, गंभीर गुलियाल, जगदम्बा रतूड़ी, बलवीर रावत, कुंवर सिंह तड़ियाल, विकास अशवाल, प्रेम लाल मेठाणी, आनंदी नौटियाल,अनिता मेठाणी, शशि रावत, सुमन जोशी, शांति राणा, शेला देवी राणा, हरैंद्र राणा, आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।