राजकीय महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज अरनिया में ली गई भारत के ‘अमृत काल’ हेतु ‘पंच प्रण’ की शपथ
1 min read*भारत युवा और पुराने इतिहास का देश हैं:प्रधानाचार्य
अरनिया: राजकीय महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज अरनिया बुलंदशहर में प्रधानाचार्य डॉ संजय माथुर के दिशा निर्देश में ‘‘अमृत काल’’ में विकसित भारत, गुलामी की हर सोच से मुक्ति, विरासत पर गर्व, एकता और एकजुटता व नागरिकों द्वारा अपने कर्तव्य पालन के ‘‘पंच प्रण’’ का आह्वान किया गया।
अमृत काल के पंचप्रण में मुख्य बिंदु —
1. विकसित भारत का लक्ष्य
2. गुलामी के हर अंश से मुक्ति
3- अपनी विरासत पर गर्व
4- एकता और एकजुटता
5- नागरिकों में कर्तव्य की भावना
“मैं शपथ लेता हूँ कि विकसित भारत के निर्माण में अपनी भागीदारी निभाऊंगा। मैं शपथ लेता हूँ कि गुलामी की मानसिकता से मुक्ति के लिये हर संभव प्रयास करूंगा।
मैं शपथ लेता हूँ कि देश की समृद्ध विरासत पर गर्व करूंगा और इसके उत्थान के लिए हमेशा कार्य करता रहूँगा में शपथ लेता हूँ कि देश की एकता और एकजुटता के लिए सदैव प्रयासरत रहूँगा।
मैं शपथ लेता हूँ कि राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों और दायित्वों का पालन करूंगा। मैं शपथ लेता हूँ कि देश के गौरव के लिए प्राण देने वाले वीरों से प्रेरित होकर राष्ट्र की रक्षा, सम्मान और प्रगति के लिए समर्पित रहूँगा।”
आयोजित कार्यक्रम में संस्थान के सभी स्टाफ और बच्चो की उपस्थिति रही।